एक वक्त था, जब लोग कपड़ों की तरह मोबाइल नंबर बदलते थे। आज भी कई लोग लगातार मोबाइल नंबर बदलने के शौकीन हैं। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कई साल से एक ही मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि एक सिर्फ नंबर आपकी पर्सनैलिटी के बारे में कुछ कह सकता है?सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही एक शॉर्ट वीडियो क्लिप ने इसी सवाल को बेहद दिलचस्प अंदाज में उठाया है। महज 31 सेकंड के इस वीडियो ने लाखों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम सच में अपने मोबाइल नंबर से पहचाने जा सकते हैं?5 साल एक नंबर = 5 फैक्ट्स!संबंधित खबरेंवीडियो एक कार के अंदर से शूट किया गया है, जिसमें सड़क और ट्रैफिक दिख रहा है। बैकग्राउंड में एक वॉयस ओवर है:”एक मजेदार बात बताता हूं… अगर आप पिछले 5 सालों से एक ही मोबाइल नंबर यूज कर रहे हैं, तो ये बातें आप पर जरूर लागू होती होंगी:” आपके ऊपर कोई कोर्ट-कचहरी या पुलिस केस नहीं है। आप शरीफ हैं और अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार। आप पर कोई उधारी या कर्ज नहीं है। आप लफड़ेबाज नहीं हैं और समाज में आपकी छवि साफ-सुथरी है। आप जिम्मेदार और भरोसेमंद इंसान हैं। यूजर्स की यादें हो गईं ताजायह वीडियो X (Twitter) पर @aksh_44 हैंडल से 20 अप्रैल को पोस्ट किया गया था। अब तक इसे करीब 2 लाख लोग देख चुके हैं और लगभग 4 हजार लोगों ने इसे लाइक किया है। कई यूजर ने कमेंट सेक्शन में अपने पुराने नंबरों से जुड़ी यादें शेयर कीं: एक यूजर ने लिखा, “15 साल से वही नंबर यूज कर रहा हूं, जब 12वीं में था पापा ने दिलाया था।” एक अन्य यूजर @CaptRathee बोले, “मेरा नंबर पिछले 21 साल से वही है।” कई यूजर्स ने बताया कि वे 10, 12 या 15 साल से एक ही नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं। किस वजह से नंबर नहीं बदलते लोग?पुराने नंबर को न बदलने की कई वजहें हो सकती हैं। वायरल वीडियो में जो भी वजहें बताई गई हैं, वे कुछ मामलों में सही हो सकती हैं। लेकिन, ये ज्यादातर भावनात्मक हैं। जैसे कि वायरल वीडियो में एक प्वाइंट है कि अगर आपने नंबर नहीं बदला है, तो आप पर कोई उधारी या कर्ज नहीं है।ये कोई पैमाना नहीं है। कई लोग उधार या कर्ज लेते हैं और उसे समय पर चुकाते भी हैं। ऐसे में उन्हें नंबर बदलने की जरूरत नहीं। आइए उन ठोस कारणों को भी समझ लेते हैं, जिनकी वजह से लोग मोबाइल नंबर बदलने से बचते हैं: पहले अमूमन लोग नेटवर्क की समस्या या बेहतर ऑफर के लिए ऑपरेटर बदलते थे, जिसकी वजह से नंबर भी बदलना पड़ता था। लेकिन, अब मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा है। अब बिना मोबाइल नंबर बदले भी अपने टेलीकॉम ऑपरेटर को बदल सकते हैं। पहले फोन खोने या चोरी होने पर भी नंबर बदलना पड़ता था। लेकिन, अब आधार लिंक होने से आप फौरन दूसरा सिम एक्टीवेट करा सकते हैं। अब नंबर बैंक, आधार, PAN, UPI, सोशल मीडिया, ऑफिस… हर रजिस्टर्ड होता है। नंबर बदलने का मतलब हर जगह अपडेट करना, जो काफी झंझट वाला काम है। जिनकी प्रोफाइल पब्लिक होती है (जैसे डॉक्टर, वकील, बिजनेसमैन), वे नंबर नहीं बदलते क्योंकि क्लाइंट्स और ग्राहक उसी पर संपर्क करते हैं। पुराना नंबर रहने पर पुराने स्कूल, कॉलेज या वर्क फ्रेंड्स से कभी भी संपर्क हो सकता है। नया नंबर लेने पर कनेक्शन टूटने का डर रहता है। यह भी पढ़ें : Air Conditioner: दिन-रात AC चलाएं बेफिक्र होकर, इन 7 तरीकों से नहीं बढ़ेगा बिजली बिल
