अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को कुल कितने पैसे मिलेंगे?


अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को कुल कितने पैसे मिलेंगे?
अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे ने कई ऐसे जख्म किए हैं, जिन्हें भरने में समय लगेगा। इस प्लेन क्रैश ने न सिर्फ विमान में सवार लोगों की जान ले ली बल्कि उन लोगों की मौत का भी सबब बना जो उस जगह थे, जहां विमान के मलबले गिरे। एयर इंडिया ने हादसे जान गंवाने लोगों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया है। उसे उन इमारतों को भी दोबारा बनाने के लिए पैसे देने होंगे, जो इस हादसे की वजह से जमींदोज हो गईं। हालांकि, एयर लाइंस कंपनी को बीमा कंपनियों से मदद मिलेगी। आइए इस हादसे के बाद इंश्योरेंस से जुड़े बड़े सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।ऐसे बड़े हादसे के बाद इंश्योरेंस क्लेम करने की प्रक्रिया क्या होती है?ऐसे हादसों के शिकार लोगों को बीमा कंपनी से मुआवजा पाने के लिए खुद क्लेम करना पड़ता है। बीमा कंपनी तभी इंश्योरेंस का पैसा देगी, जब पीड़ित व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह क्लेम करेगा। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को एयर इंडिया या इंश्योरेंस कंपनी के पास जाना होगा। उन्हें डेथ सर्टिफिकेट, आईडी प्रूफ, टिकट की डिटेल आदि पेश करने होंगे। क्लेम करने के बाद उसकी प्रोसेसिंग में कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों का समय लग सकता है।संबंधित खबरेंहवाई जहाज का बीमा कैसे होता है?एयरलाइंस कंपनियां आम तौर पर हल इंश्योरेंस (Hull Insurance coverage) खरीदती हैं। इसमें जहाज की बॉडी, इंजन और दूसरे इक्विपमेंट कवर होते हैं। एयर इंडिया के बोइंग 787-8 का इंश्योरेंस करीब 15-20 करोड़ डॉलर का था। आम तौर पर इंडिया इंश्योरेंस कंपनियां अकेले इतना ज्यादा अमाउंट का बीमा नहीं करती हैं। वे इंश्योरेंस के लिए साथ मिलकर इंश्योरेंस करती हैं, जिसमें ज्यादा विदेशी बीमा कंपनियां ज्यादा रिस्क कवर करती हैं।इस हादसे में जान गंवाने वालों को इंश्योरेंस का पैसा कैसे मिलेगा?किसी एयरक्राफ्ट के हादसे का शिकार होने पर यात्रियों को बीमा कंपनी से जो पैसा मिलता है, उसे ‘पैसेंजर लीगल लायबिलिटी इंश्योरेंस’ कहा जाता है। मॉन्ट्रियल कनवेंशन के तहत यह एयरक्राफ्ट के बीमा का अभिन्न हिस्सा होता है। इस नियम के तहत एयर इंडिया पीड़ित व्यक्ति के परिवार को करीब 1.75 करोड़ रुपये का पेमेंट कर सकती है। इस हादसे में कुल पैसेंजर-रिलेटेड लायबिलिटी करीब 35 करोड़ डॉलर रहने की उम्मीद है। अभी टाटा समूह ने पीड़ित लोगों के परिवार को जो 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है, वह एक्स-ग्रेसिया पेमेंट है। इसका मतलब है कि यह अंतरिम पेमेंट है। कंपनी फाइनल पेमेंट बाद में करेगी।यह भी पढ़ें: OMG! इतनी लंबी ट्रेन देखी है कभी? डिब्बे खत्म नहीं होंगे, छह इंजन की ताकत भी पड़ जाती है कमक्या जमीन पर हादसे का शिकार होने वाले लोगों के परिवार को भी मुआवजा मिलेगा?इसका जवाब हां है। यह थर्ड पार्टी लायबिलिटी इंश्योरेंस के तहत आता है। इस इंश्योरेंस के तहत अगर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर अगर किसी तीसरे पक्ष को जानमाल की क्षति होती है तो इंश्योरेंस कंपनी उसकी भरपाई करेगी। इस विमान का कुछ हिस्सा हादसे के बाद एक हॉस्टल की इमारत से टकराया, जिससे 38 लोगों की मौत हो गई। इन सभी लोगों को बीमा कंपनी की तरफ से मुआवजा मिलेगा।

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