Tatkal Ticket Rule: भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग से जुड़ा एक अहम बदलाव किया है। 1 जुलाई 2025 से तत्काल कोटे के तहत टिकट सिर्फ आधार-वेरिफाइड यात्रियों को ही उपलब्ध होंगे। यह नियम IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू होगा। रेल मंत्रालय ने यह फैसला तत्काल बुकिंग को अधिक पारदर्शी और आम यात्रियों के लिए सुलभ बनाने के मकसद से लिया है।रेल मंत्रालय ने 10 जून को एक निर्देश जारी करते हुए कहा, ‘तत्काल योजना के तहत टिकट सिर्फ आधार वेरिफाइड यूजर्स ही बुक कर सकेंगे।” मंत्रालय का मानना है कि इससे तत्काल टिकटों की कालाबाजारी पर लगाम लगेगी और सुविधा का लाभ वास्तविक यात्रियों को मिलेगा।तत्काल टिकटों की बिक्री रेलवे की कुल टिकट बिक्री का लगभग 20% है। यह स्कीम खासतौर पर आपात स्थितियों या अंतिम समय की यात्रा जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाई गई है। इसमें यात्रियों को सामान्य किराए पर 10–30% प्रीमियम देना होता है।संबंधित खबरेंकाउंटर बुकिंग पर भी OTP जरूरीरेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर तत्काल टिकट रेलवे काउंटर या अधिकृत एजेंट से बुक किए जाते हैं, तो 15 जुलाई 2025 से आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP के माध्यम से ही बुकिंग हो पाएगी।यह OTP प्रक्रिया IRCTC के सिस्टम से जनरेट की जाएगी और यात्रियों को बुकिंग के समय दिया गया मोबाइल नंबर ही मान्य होगा। यह कदम संदिग्ध बुकिंग पर लगाम लगाने के लिए उठाया गया है।टिकट एजेंट पर भी लगी पाबंदीतत्काल टिकटों की बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए रेलवे ने अधिकृत एजेंटों को बड़ा झटका दिया है। अब एजेंट एसी क्लास के टिकट सुबह 10:00 से 10:30 बजे तक नहीं बुक कर सकेंगे। वहीं, नॉन-एसी टिकट के लिए यही रोक 11:00 से 11:30 बजे तक लागू रहेगी।यह नया नियम सुनिश्चित करेगा कि आम यात्री पहले आकर बुकिंग कर सकें और एजेंटों को प्राथमिकता न मिले।नई सुरक्षा व्यवस्था और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चररेलवे ने बताया कि उसने अपने डिजिटल बुकिंग प्लेटफॉर्म में एडवांस एंटी-बॉट सिस्टम और Content material Supply Community (CDN) के साथ साझेदारी की है ताकि ऑटोमैटिक और अनैतिक बुकिंग पर रोक लगाई जा सके। इसके तहत अब तक 2.5 करोड़ संदिग्ध यूजर अकाउंट निष्क्रिय किए जा चुके हैं।22 मई 2025 को रेलवे ने एक मिनट में 31,814 टिकट बुकिंग का रिकॉर्ड भी दर्ज किया, जो नई तकनीक के सफल कार्यान्वयन का संकेत देता है।नए यूजर रजिस्ट्रेशन पर भी सख्तीअब IRCTC पर नई आईडी बनाने वाले यूजर्स को तत्काल या प्रीमियम तत्काल जैसी हाई-डिमांड कैटेगरी की टिकट बुकिंग के लिए तीन दिन का कूलिंग-ऑफ पीरियड झेलना होगा। इसके उलट आधार-वेरिफाइड यूजर्स के लिए ऐसी कोई बंदिश नहीं रहेगी।रेल मंत्री की प्रतिक्रियारेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नए नियमों को वास्तविक यात्रियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला बताया। उन्होंने कहा, “आधार आधारित ई-ऑथेंटिकेशन से बुकिंग प्रक्रिया और पारदर्शी होगी। साथ ही, और जरूरतमंदों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।”यह भी पढ़ें : Inventory Market: सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में पैसा लगा सकते हैं या नहीं? क्या कहते हैं नियम
