RBI Repo Price Minimize: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट में कटौती के बाद अब देश के प्रमुख सरकारी बैंक अपने-अपने लोन की ब्याज दरें घटा रहे हैं। इससे आम लोगों और छोटे कारोबारियों की EMI सस्ती होने की उम्मीद है। कई बैंकों ने 50 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती कर दी है, जो सीधे तौर पर होम लोन, ऑटो लोन और MSME सेक्टर को राहत पहुंचाएगी। आइए जानते हैं किन बैंकों ने क्या बदलाव किए हैं।यूको बैंकयूको बैंक ने रेपो से जुड़ी लेंडिंग रेट (RLLR) में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। यह फैसला सीधे आरबीआई की नई मौद्रिक नीति से जुड़ा है। बैंक के अनुसार, इस कदम से हाउसिंग और रिटेल लोन की मांग को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि कर्ज अब पहले से सस्ता होगा।संबंधित खबरेंबैंक ऑफ इंडियाबैंक ऑफ इंडिया ने 10 जून से प्रभावी रूप से अपनी RLLR दर को 9.25% से घटाकर 8.75% कर दिया है। यह नई दर सभी नए फ्लोटिंग रेट रिटेल लोन और MSME लोन पर लागू होगी। इससे छोटे और मध्यम कारोबारों को भी राहत मिलेगी।पंजाब नेशनल बैंकPNB ने अपनी लेंडिंग रेट 9.60% से घटाकर 9.10% कर दी है। यह दर भी 10 जून से लागू होगी। इससे होम, ऑटो और MSME लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI घटेगी और लोन लेना आसान होगा।बैंक ऑफ बड़ौदाबैंक ऑफ बड़ौदा ने 7 जून से अपनी Baroda Repo Linked Lending Price (BRLLR) को 8.65% से घटाकर 8.15% कर दिया है। बैंक ने 2.65% का मार्कअप बरकरार रखा है, जो बताता है कि RBI की पूरी दर कटौती का फायदा ग्राहकों को मिल रहा है। इसका लाभ नए और मौजूदा दोनों प्रकार के लोन खाताधारकों को मिलेगा।बाकी बैंक कब घटाएंगे ब्याज दरRBI की दर कटौती के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है। एक्सपर्ट का मानना है कि अन्य बैंक भी आने वाले दिनों में कर्ज सस्ता कर सकते हैं। इससे आने वाले महीनों में रियल एस्टेट, वाहन और MSME क्षेत्रों में कर्ज की मांग बढ़ सकती है और उपभोक्ताओं की जेब पर EMI का बोझ थोड़ा कम हो सकता है।यह भी पढ़ें : बैंक अधिकारी ने ग्राहकों की FD से उड़ाए ₹4.58 करोड़, शेयर बाजार में डुबाया सारा पैसा; जानिए कैसे खुली पोल
