LIC: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की जान जाने से पूरा देश दुखी है। इस दुखद घटना के बाद भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के क्लेम को जल्द निपटाने के लिए खास व्यवस्था की है। LIC ने बताया है कि इस खास सुविधा के तहत डेथ क्लेम जल्दी और सरल तरीके से निपटाया जाएगा। ताकि, पीड़ित परिवारों को समय पर सहायता मिल सके।LIC ने किया खास ऐलानLIC के CEO और MD श्री सिद्धार्थ मोहन्टी ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की मौत पर हम गहरा शोक प्रकट करते हैं। LIC ने मृतकों के बीमा दावों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए कई रियायतें दी हैं। हम पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं। इस सुविधा के तहत, अगर किसी के पास आधिकारिक मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं है, तो सरकारी रिकॉर्ड या मुआवज़े का डॉक्यूमेंट भी मृत्यु प्रमाण के रूप में मान्य होगा।संबंधित खबरेंकैसे करें डेथ क्लेम का आवेदन?LIC का डेथ क्लेम करने की प्रक्रिया ऑफलाइन होती है। इसके लिए पॉलिसीधारक की होम ब्रांच (जहां से पॉलिसी ली गई थी) में जाकर सभी जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं।जरूरी डॉक्यूमेंटमृत्यु की जानकारी लिखित में शाखा को दें, साथ में पॉलिसी नंबर, मृत्यु की तारीख और कारण बताएं।क्लेम फॉर्म A: मृतक और दावेदार की जानकारी वाला फॉर्म।डेथ सर्टिफिकेट: स्थानीय निकाय का जारि किया प्रमाण।पॉलिसी की मूल कॉपी।मृतक और दावेदार की उम्र का प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड)।बैंक डिटेल्स: NEFT फॉर्म, कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की कॉपी।अगर पॉलिसी में नॉमिनी नहीं है, तो मृतक की संपत्ति पर दावेदारी साबित करने वाले डॉक्यूमेंट भी देने होंगे।Early Dying के मामलों में अतिरिक्त डॉक्यूमेंटक्लेम फॉर्म B: अंतिम बीमारी का मेडिकल प्रमाणपत्र।फॉर्म B1 और B2: अस्पताल में इलाज की जानकारी और इलाज करने वाले डॉक्टर का प्रमाण।फॉर्म C: अंतिम संस्कार/दफन प्रमाणपत्र।फॉर्म E: अगर मृतक नौकरी में था, तो नियोक्ता से प्रमाणपत्र।पुलिस रिपोर्ट: FIR, पोस्टमार्टम और जांच रिपोर्ट (अगर मृत्यु दुर्घटनाग्रस्त या अप्राकृतिक है)।यहां कर सकते हैं संपर्कदावेदार नजदीकी LIC शाखा, डिवीजन या कस्टमर जोन में संपर्क कर सकते हैं। साथ ही LIC का कॉल सेंटर नंबर 022-68276827 पर भी जानकारी ली जा सकती है।Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदने में नहीं खाएंगे धोखा, सिर्फ इन बातों का
