Indo-Pak Rigidity : युद्ध के तनाव से बाजार पर दबाव, कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह से जाने अब क्या हो रणनीति


Indo-Pak Rigidity : युद्ध के तनाव से बाजार पर दबाव, कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह से जाने अब क्या हो रणनीति
India-Pakistan Rigidity : भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने बाजार भी टेंशन में आ गया है। खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप में बड़ी बिकवाली दिख रही है। ऐसे माहौल में निवेशकों को क्या करना चाहिए, इस पर चर्चा करते हुए कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह ने कहा कि हमने हाल के दिनों में कोई पूर्ण युद्ध नहीं देखा है। कारगिल एक सीमित झड़प थी। कारगिल के दौरान भारतीय सेना ने एलओसी पार नहीं किया था। वहीं, पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को बचाने के लिए कोई जुर्रत नहीं की।अगर हम उस समय की स्थिति को देखें तो मार्च के महीने में निफ्टी करीब 1000 के आसपास था। जैसे-जैसे लड़ाई की हवा बनने लगी। मार्केट में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई। लेकिन कारगिल की लड़ाई शुरू होने तक बाजार ने 7-8 फीसदी की रिकवरी कर ली थी। लड़ाई शुरु होने के समय निफ्टी 1000 के आसपास था। कारगिल की लड़ाई 3 मई से लेकर 26 जुलाई तक चालू रही। उस समय निफ्टी बढ़ता रहा और लड़ाई के बंद होने तक निफ्टी 1340 के आसपास बंद हुआ।नीलेश के आगे कहा कि इस बार भी कुछ इसी तरह का माहौल बनेगा। युद्ध की आशंका मार्केट को नीचे लाएगी और जब लगेगा कि ये लड़ाई सीमित रहेगी और इसका निराकरण हो सकता है तब मार्केट रिकवरी दिखाएगा। ये हमारा पिछला अनुभव है। उसी को ध्यान में रखते हुए हम ये कह सकते हैं। यह भी ध्यान में रखने की बात है कि कोई भी दो परमाणु शक्ति संपन्न देश अभी तक लड़ाई करने के लिए नहीं निकले हैं। अगर कोई सीमित झड़प होती है तो हर करेक्शन में खरीदारी का मौका होगा। जैसे ही युद्ध की आशंका खतम होगी वैसे ही आपको बाजार में रिकवरी दिखेगी।संबंधित खबरेंनीलेश की ट्रेडरों को सलाह है कि वे बहुत ही सावधानी से दांव लगाएं। इंडो-पाक के आलावा बाजार को यूएस-चाइना से भी खतरा है। स्थितियां बहुत तेजी से रंग बदल रही हैं। इस समय ओवर नाइट पोजीशन लेकर ट्रेडिंग करना खतरे से खाली नहीं होगा। अगर आप ट्रेडर हैं तो सावधानी बरतिए। इस समय कुछ नहीं करेंगे तो शायद फायदे में रहेंगे। वहीं, अगर आप निवेशक हैं तो फिर अपने असेट एलोकेशन धर्म का पालन करिए। कारगिल का अनुभव कहता है कि ऐसे समय में जब करेक्शन आता है तब खरीदारी का मौका बनता है।पहलगाम हमले के बाद दिल्ली से कश्मीर तक हलचल तेज इस बीच सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण राय ने बताया है कि  पहलगाम हमले के बाद दिल्ली से कश्मीर तक हलचल तेज है। आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी जम्मू के दौरे पर हैं। उन्होंने LG मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की है। उधर नेता विपक्ष राहुल गांधी भी कश्मीर पहुंच गए हैं। इधर दिल्ली में आज प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शाम में अहम बैठक करने वाले हैं।दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। प्रधानमंत्री आज अहम बैठक करेंगे। शाम में गृह मंत्री अमित शाह और जल शक्ति मंत्री की बैठक होगी। सिंधु नदी का पानी रोकने पर यह अहम बैठक होगी। इस बैठक में विदेश मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। गृह मंत्री ने सभी राज्यों के CM से बात की है। सेना प्रमुख जम्मू के दौरे पर है। हालात तनावपूर्ण हैं।जियोपॉलिटिकल तनाव की वजह से टूटा बाजार, इस गिरावट में IT, डिफेंस और फार्मा शेयरों पर करें फोकस -अनुज सिंघलपहलगाम का बदला!बालाकोट,सर्जिकल स्ट्राइक से ज्यादा बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। सीमा पर दोनों तरफ से सैनिकों की तैनाती बढ़ी है। हालांकि, इस बीच हुई INS विक्रांत की तैनाती पहले से तय थी। नेवी का मिसाइल परीक्षण भी पहले से तय था। उड़ी का जवाब भारत ने 11 दिन बाद दिया था। उड़ी के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था पुलवामा हमले का जवाब भारत ने 12 दिन बाद दिया था। उड़ी हमला, 18 सितंबर, 2016 को हुआ था। जबकि सर्जिकल स्ट्राईक 29 सितंबर 2016 को हुई थी। पुलवामा हमला 14 फरवरी 2019 को हुआ था। वहीं, ऑपरेशन बालाकोट 26 फरवरी 2019 को हुआ।डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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