Gold Worth Right this moment: पिछले कुछ दिनों से चांदी की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है। बुधवार (18 जून) को भी चांदी के भाव में तेज उछाल दिखा। हालांकि, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बावजूद गोल्ड की कीमतों में गिरावट जारी रही। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सिल्वर प्राइस में रिकॉर्ड तोड़ तेजी की क्या वजह है। वहीं, भूराजनीतिक तनाव बढ़ने के बावजूद गोल्ड में नरमी क्यों दिख रही है।MCX पर सिल्वर ने बनाया नया रिकॉर्डजुलाई डिलीवरी वाली सिल्वर फ्यूचर्स ने आज MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर ₹1,09,748 प्रति किलोग्राम का नया ऑल-टाइम हाई छू लिया, जो कि कल ही बने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ता है। यह डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट अब अपने ऑल टाइम लो ₹88,050 प्रति किलो से करीब 25% ऊपर ट्रेड कर रहा है। इसके अलावा, सितंबर डिलीवरी वाली सिल्वर फ्यूचर्स ने भी ₹1,11,000 प्रति किलोग्राम का उच्चतम स्तर दर्ज किया।संबंधित खबरेंगोल्ड फ्यूचर्स में गिरावट जारीवहीं दूसरी ओर, MCX पर गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स में गिरावट देखने को मिली। अगस्त डिलीवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स लगभग 0.2% गिरकर ₹99,329 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब कुछ ही दिन पहले गोल्ड फ्यूचर्स ने पहली बार ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम का ऐतिहासिक स्तर पार किया था।गोल्ड-सिल्वर रेशियो में तेज गिरावटगोल्ड-सिल्वर रेशियो में भी बड़ा बदलाव देखा गया। यह रेशियो बताता है कि एक औंस गोल्ड खरीदने के लिए कितने औंस सिल्वर की जरूरत है। अब यह आंकड़ा 91 के आसपास है, जबकि अप्रैल और मई में यह 100 से ऊपर बना हुआ था। सिल्वर की कीमतों में तेज उछाल और गोल्ड की कीमतों में गिरावट के कारण यह रेशियो कम हुआ है।आगे क्या उम्मीद करें?LKP Securities के वाइस प्रेसिडेंट और कमोडिटी-करेंसी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी के मुताबिक, “गोल्ड की कीमतें फिलहाल सीमित दायरे में हैं क्योंकि इन्वेस्टर्स अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग का इंतजार कर रहे हैं, जो भारतीय समयानुसार बुधवार रात 11:30 बजे होनी है।”उन्होंने बताया कि बाजार को प्रभावित करने वाले तीन मुख्य मैक्रो कारक ये हैं- अमेरिकी फेड का ब्याज दर पर फैसला, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक व्यापार वार्ता में प्रगति। त्रिवेदी का कहना है कि इन वजहों से अस्थिरता बढ़ने और सोने के लिए दिशा तय होने की उम्मीद है। निकट भविष्य में गोल्ड की कीमतें ₹98,500 से ₹1,00,500 प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकती हैं।Tata Mutual Fund की गोल्ड पर रायटाटा म्यूचुअल फंड का गोल्ड को लेकर पॉजिटिव रुख है। इसने कहा, “हम गोल्ड में ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं देखते। अगर कीमतें नीचे आती हैं तो इसे खरीदारी का मौका समझा जा सकता है। सेंट्रल बैंक की लगातार खरीद और अमेरिकी फेड का रुख गोल्ड को एक रणनीतिक एसेट के रूप में लंबे समय तक मजबूत सपोर्ट देंगे।”सिल्वर पर क्या है आउटलुकटाटा म्यूचुअल फंड का मानना है, “शॉर्ट टर्म में सिल्वर की कीमतें मजबूत रह सकती हैं क्योंकि गोल्ड-सिल्वर रेशियो अनुकूल है और फंडामेंटल्स भी सपोर्ट कर रहे हैं। सिल्वर एक उभरती हुई ग्रोथ स्टोरी है और इसका ट्रेंड मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल डिमांड में व्यापक रिकवरी पर निर्भर करेगा। मीडियम टर्म के नजरिए से कीमतों में गिरावट को निवेश का अवसर माना जा सकता है।”यह भी पढ़ें : SIP Revenue Reserving: म्यूचुअल फंड में कब और कैसे बुक करें मुनाफा, किन बातों का रखें ध्यान?Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
