Gold Value Outlook: पिछले हफ्ते सोने की कीमतों की काफी गिरावट देखने को मिली। खासकर, ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर होने के बाद निवेशकों का आकर्षण इस सुरक्षित निवेश की ओर घटता दिखाई दिया। शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड फ्यूचर्स ₹1,563 या 1.61% की गिरावट के साथ ₹95,524 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए थे।पिछले हफ्ते MCX पर हफ्तेभर में 10 ग्राम सोने की कीमत (Gold Value) में ₹3,585 की गिरावट आई। वहीं, सोना अपने हाई से अब ₹5,554 प्रति 10 ग्राम तक सस्ती हो गया है। आइए एक्सपर्ट से समझते हैं कि अगले हफ्ते (30 जून से 4 जुलाई) के बीच सोने की कीमतों का क्या हाल रहेगा।अगले हफ्ते भी कीमतों पर रहेगा दबाव?संबंधित खबरेंअगले सप्ताह सोने की कीमतों पर दबाव बने रहने की संभावना है। एक्सपर्ट का मानना है कि निवेशकों की नजर अब अमेरिकी मैक्रोइकोनॉमिक आंकड़ों पर है, जिनसे फेडरल रिजर्व की भविष्य की ब्याज दर नीति को लेकर संकेत मिल सकते हैं। यही फैक्टर ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की दिशा तय करेंगे।पिछले सप्ताह फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने कहा था कि दरों में कटौती संभव है, लेकिन यह तुरंत नहीं होगी। इसके बाद दुनियाभर के निवेशकों ने गोल्ड होल्डिंग्स को लेकर रणनीति बदली, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ा।कम होता सेफ हेवन आकर्षणमध्य पूर्व में तनाव कम होने और ग्लोबल रिस्क सेंटीमेंट सुधरने से निवेशकों का झुकाव सुरक्षित एसेट्स जैसे गोल्ड से हटकर इक्विटी की ओर बढ़ा है। इससे गोल्ड की मांग में गिरावट देखी जा रही है।अमेरिका और भारत समेत ज्यादातर शेयर बाजारों में तेजी का रुख है। शुक्रवार, 27 जून को निफ्टी लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ था। एक्सपर्ट का मानना है कि निफ्टी नया ऑल टाइम हाई की ओर बढ़ सकता है। यह फैक्टर भी गोल्ड की कीमतों पर दबाव बना सकता है।गोल्ड रेट पर एक्सपर्ट की रायLKP Securities के जतिन त्रिवेदी के अनुसार, घरेलू बाजार में सोना ₹93,000 से ₹97,500 प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत $3,175 से $3,325 के बीच रहने की उम्मीद है। अगला ट्रेंड अमेरिका के बेरोजगारी आंकड़े, नॉन-फार्म पेरोल और ADP रिपोर्ट से तय होगा।वहीं, Ventura के एनएस रामास्वामी ने बताया कि इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड अभी $3,300 के स्तर को पार नहीं कर पाया है। डॉलर कमजोर होने से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन मजबूत तेजी के संकेत फिलहाल नहीं हैं। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 9 जुलाई वाली टैरिफ डेडलाइन टलती है, तो यह गोल्ड के लिए राहत बन सकती है।Gold के लिए संभावित ट्रिगर और जोखिमएक्सपर्ट का मानना है कि जब तक अमेरिकी डॉलर में बड़ी कमजोरी नहीं आती या फेड किसी अप्रत्याशित फैसले की घोषणा नहीं करता, तब तक सोने की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना सीमित है। हालांकि ब्याज दरों में संभावित कटौती और जियोपॉलिटिकल अनिश्चितताएं किसी भी समय गोल्ड को सपोर्ट दे सकती हैं।यह भी पढ़ें : Nifty Commerce Setup: निफ्टी तेजी के घोड़े पर सवार, Financial institution Nifty ऑल-टाइम हाई पर; सोमवार को मिलेगा कमाई का मौका?Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
