Gold Value At this time: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में मंगलवार, 1 जुलाई 2025 को मजबूती दर्ज की गई। निवेशक अमेरिकी डॉलर में गिरावट और संभावित व्यापार टैरिफ को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में पीली धातु एक बार फिर सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में उभरी है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजीएशियाई सत्र में स्पॉट गोल्ड 0.6% बढ़कर 3,322.55 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि अमेरिका में गोल्ड फ्यूचर्स 0.8% की बढ़त के साथ 3,334.80 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहे हैं।संबंधित खबरेंवहीं, भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹98,400 प्रति 10 ग्राम रही। 22 कैरेट सोना ₹90,200 और 18 कैरेट सोना ₹73,800 प्रति 10 ग्राम पर रहा।कमजोर डॉलर बना सपोर्टिंग फैक्टरअमेरिकी डॉलर इंडेक्स 0.2% गिरकर 43 महीने के निचले स्तर पर आ गया। कमजोर डॉलर से अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो जाता है, जिससे ग्लोबल डिमांड को बल मिला है।मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) राहुल कालंत्री ने कहा, “ब्याज दरों में संभावित कटौती और डॉलर में कमजोरी के चलते सोने की कीमतों को समर्थन मिला है। इसके अलावा, हालिया गिरावट के बाद शॉर्ट कवरिंग और बर्गेन बाइंग ने भी तेजी में योगदान दिया है।”नीतिगत और भू-राजनीतिक अनिश्चितता9 जुलाई की तय समयसीमा से पहले अमेरिका में नए टैरिफ लागू होने की आशंका ने बाजार को असमंजस में डाल रखा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर व्यापार समझौते नहीं हुए तो टैरिफ में तेज बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही, उन्होंने फेडरल रिजर्व पर ब्याज दरें घटाने का दबाव भी बढ़ाया है।इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट अक्षा कंबोज ने कहा, “ब्याज दरों में आक्रामक कटौती की उम्मीद और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ रही है, जिससे सोने में स्थिरता और तेजी दोनों देखी जा रही है।”तकनीकी स्तर और बाजार का नजरियातकनीकी रूप से सोने को ₹96,480 से ₹96,750 के स्तर पर रेजिस्टेंस और ₹95,810 से ₹95,580 के स्तर पर सपोर्ट मिल सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रमुख सपोर्ट $3,285–$3,265 और रेजिस्टेंस $3,335–$3,355 प्रति औंस के आसपास माना जा रहा है। इस हिसाब से सोने के खरीदार अपनी रणनीति बना सकते हैं।सोने की आगे की दिशा क्या होगी?अब बाजार की निगाह 3 जुलाई को जारी होने वाले अमेरिका के रोजगार आंकड़ों पर है। अगर डेटा में कमजोरी के संकेत मिलते हैं, तो फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना और मजबूत होगी। इससे सोने की कीमतों को और बल मिल सकता है।विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत केंद्रीय बैंक खरीद और घरेलू मांग के चलते सोने में निकट भविष्य में मजबूती का रुझान बना रह सकता है।यह भी पढ़ें : DA Hike: सरकारी कर्मचारियों का कितना बढ़ेगा महंगाई भत्ता, कब होगा ऐलान?Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
