Gold Price At present: सोना 110000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, जानिए किस भाव पर खरीदने से होगी तगड़ी कमाई


Gold Price At present: सोना 110000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, जानिए किस भाव पर खरीदने से होगी तगड़ी कमाई
सोने में 30 मई को मुनाफावसूली देखने को मिली। इसका असर देश और विदेश में सोने की कीमतों पर पड़ा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.6 फीसदी गिरकर 3,295.99 डॉलर प्रति औंस चल रहा था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.6 फीसदी की कमजोरी के साथ 3,294.20 डॉलर प्रति औंस थी। इंडिया में एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स में गिरावट देखने को मिली। गोल्ड फ्यूचर्स 315 रुपये यानी 0.33 फीसदी गिरकर 95,074 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। सोने के लिए यह हफ्ता अच्छा नहीं रहा। इस हफ्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1.8 फीसदी गिरा है।सोने की कीमतों पर डॉलर में मजबूती का असरडॉलर में मजबूती का असर Gold की कीमतों पर पड़ा है। हालांकि, एनालिस्ट्स का कहना है कि सोने का आउटलुक स्ट्रॉन्ग बना हुआ है। एक साल में सोने का भाव 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। बीते कुछ सालों में गोल्ड ने अच्छा रिटर्न दिया है। 29 मई को गोल्ड और सिल्वर फ्यूचर्स में तेजी देखने को मिली थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शॉर्ट टर्म में गोल्ड में उतारचढ़ाव बना रह सकता है।संबंधित खबरेंसोने में फिलहाल उतारचढ़ाव जारी रह सकता हैपृथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के मनोज कुमार जैन ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में उतारचढ़ाव का असर सोने पर पड़ सकता है। हालांकि, गोल्ड के लिए 3,250 डॉलर प्रति औंस पर सपोर्ट है। मेहता इक्विटीज के वीपी (कमोडिटीज) राहुल कलांतरी ने कहा कि अमेरिका में ट्रंप के टैरिफ पर कोर्ट के रोक लगा देने के फैसले के बाद सोने में गिरावट आई। लेकिन, जियोपॉलिटिकल टेंशन की वजह से गोल्ड में जल्द तेजी लौट आई।सोने के लिए 1,10,000 रुपये का टारगेटएंजेल वन का कहना है कि गोल्ड का रिटर्न आगे भी अच्छा रहने की उम्मीद है। अंतराष्ट्रीय बाजार में भाव 4,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। इसका मतलब है कि इंडिया में सोना 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच जाएगा। ब्रोकरेज फर्म का यह टारगेट एक साल के लिए है। ब्रोकरेज फर्म ने लंबी अवधि के लिहाज से 85,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर निवेश करने की सलाह दी है।यह भी पढ़ें: RBI Gold Mortgage new Pointers: आरबीआई की नई गाइडलाइंस लागू होने के बाद भी गोल्ड लोन के छोटे ग्राहकों को नहीं होगी परेशानीआपको क्या करना चाहिए?फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि निवेशकों के इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में 10-15 फीसदी गोल्ड होना चाहिए। पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन में सोना हेल्पफुल है। आज सोने में निवेश करना बहुत आसान है। गोल्ड ज्वैलरी के अलावा इनवेस्टर्स गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंड्स की गोल्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए डीमैट जरूरी है। लेकिन, म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम में बगैर डीमैट अकाउंट के इनवेस्ट किया जा सकता है।

Supply hyperlink

Leave a Comment