Gold Fee As we speak: कमजोर वैश्विक संकेतों और सतर्क निवेश माहौल के बीच आज दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 500 रुपये घटकर 98,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। यह जानकारी अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने दी है। वहीं, 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 500 रुपये की गिरावट के साथ 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर आ गई।अबन्स फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुल्क जोखिम में कमी और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के सतर्क रुख के कारण सोने की कीमतों पर दबाव बना है। निवेशकों की ओर से सुरक्षित-निवेश संपत्तियों की मांग में भी थोड़ी गिरावट आई है, जिससे कीमतें कमजोर हुई हैं।मेहता ने बताया कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मई बैठक के ब्योरे से यह संकेत मिला है कि नीति-निर्माता फिलहाल ब्याज दरों में कटौती को लेकर देखो और इंतजार करो की रणनीति अपना रहे हैं। वे हाल की नीतियों के असर का विश्लेषण कर रहे हैं, जिनमें अमेरिकी कोर्ट के जवाबी शुल्क पर रोक का फैसला भी शामिल है।संबंधित खबरेंहालांकि, स्थानीय बाजार में चांदी की कीमत गुरुवार को 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी रही। इसका मतलब है कि सोने की तुलना में चांदी की कीमतों में किसी तरह का उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया।एक और अहम बात यह है कि इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष ने पश्चिम एशिया में अस्थिरता बढ़ा दी है। इस कारण वैश्विक अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में कुछ समर्थन मिल रहा है। यानी, अन्य कारणों से कीमतें गिर रही हैं लेकिन भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोने की मांग पूरी तरह कमजोर नहीं हुई है।अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो वहां हाजिर सोने की कीमत 17.94 डॉलर प्रति औंस घटकर 3,304.46 डॉलर प्रति औंस हो गई है।कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट कायनात चैनवाला ने बताया कि निवेशक अब अमेरिका में आने वाले प्रारंभिक जीडीपी आंकड़े, बेरोजगारी के दावे और पेंडिंग सेल डेटा जैसे बड़े आर्थिक संकेतों का इंतजार कर रहे हैं, जिससे आगे की कीमतों की दिशा तय होगी। कुल मिलाकर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों ही वजहों से सोने की कीमतों में नरमी देखी जा रही है, जबकि चांदी फिलहाल स्थिर बनी हुई है।50 की उम्र वालों को रहने के लिए बुला रहा है थाईलैंड, जानिये इसकी असली वजह
