UAN Activation Deadline: एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने लाखों कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। उसने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को एक्टिव करने की अंतिम तारीख अब 30 जून 2025 तक बढ़ा दी है। पहले यह डेडलाइन 31 मई थी।इस फैसले से विशेष रूप से उन असंगठित और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को राहत मिलेगी, जिनका UAN अब तक एक्टिव नहीं हो पाया था या जिन्हें पहले की डेडलाइन में शामिल होने में कठिनाई हो रही थी। इससे ने ELI (Workers’ Life Insurance coverage) योजना का फायदा उठाने के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा।क्या है ELI या EDLI योजना?संबंधित खबरेंWorkers’ Life Insurance coverage (ELI) योजना को औपचारिक रूप से Workers’ Deposit Linked Insurance coverage (EDLI) कहा जाता है। यह EPF सदस्यों के लिए एक जीवन बीमा सुरक्षा है। योजना के तहत, अगर सेवा के दौरान कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके नॉमिनी को एकमुश्त बीमा राशि दी जाती है।यह बीमा राशि अधिकतम ₹7 लाख तक हो सकती है। यह लाभ केवल उन्हीं कर्मचारियों को मिलता है जिनका UAN एक्टिव हो और आधार से लिंक हो।UAN एक्टिवेशन क्यों है जरूरी?EPF या EDLI जैसे लाभों का दावा करने के लिए सबसे पहली शर्त है कि कर्मचारी का UAN एक्टिव हो और वह आधार से जुड़ा हो। एक सक्रिय UAN से EPFO के साथ कर्मचारी की पहचान पूरी तरह सुनिश्चित होती है और सभी संबंधित रिकॉर्ड सही तरह अपडेट रहते हैं।इससे न केवल बीमा का फायदा उठाया जा सकता है, बल्कि पेंशन (EPS), पीएफ (EPF) निकासी और अन्य दावों में भी आसानी होती है।किन्हें कराना है UAN एक्टिवेशन?EPFO की सभी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए UAN एक्विवेट कराना जरूरी है। खासकर उन लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, जिनका आधार UAN से लिंक नहीं है। साथ ही, अगर आपके नियोक्ता आपको योजना में तो जोड़ा है, लेकिन UAN एक्टिवेशन नहीं कराया, तो भी आपको तुरंत UAN एक्टिव कराना चाहिए।कैसे करें UAN एक्टिव?UAN एक्टिवेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन और आसान है। कर्मचारी EPFO के सदस्य पोर्टल पर जाकर कुछ सरल स्टेप्स में इसे पूरा कर सकते हैं: EPFO की साइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in पर जाएं। “Activate UAN” लिंक पर क्लिक करें। UAN, नाम, जन्म तिथि, आधार नंबर और मोबाइल नंबर भरें। मोबाइल पर आए OTP से वेरीफाई करें। लॉगिन क्रेडेंशियल सेट करें। एक्टिवेशन पूरा होने के बाद कर्मचारी अपने PF बैलेंस, क्लेम स्टेटस और KYC अपडेट जैसे काम ऑनलाइन कर सकते हैं।यह भी पढ़ें : Mortgage Default: लोन न चुकाने पर हो सकती है जेल? जानिए क्या कहता है कानून और RBI का नियम
