Dwelling Mortgage EMI: जब भी होम लोन लेने की बात आती है, तो ज्यादातर लोग सैलरी स्लिप, डॉक्युमेंट्स और बैंक बैलेंस पर ध्यान देते हैं। लेकिन एक चीज जो अक्सर नजरअंदाज हो जाती है, वो है क्रेडिट स्कोर। ये वही तीन अंकों का स्कोर है, जो तय करता है कि आपको लोन कितनी आसानी से मिलेगा, और उस पर ब्याज दर कितनी होगी।क्रेडिट स्कोर क्या है और क्यों मायने रखता है?भारत में चार प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो हैं CIBIL, Equifax, Experian और CRIF Highmark। ये आपके लोन और क्रेडिट कार्ड व्यवहार को ट्रैक करके एक स्कोर बनाते हैं। यह स्कोर आमतौर पर 300 से 900 के बीच होता है। जितना ज्यादा स्कोर, आप बैंक के लिए उतने ही ज्यादा भरोसेमंद ग्राहक।संबंधित खबरेंइस स्कोर में कई फैक्टर गिने जाते हैं। जैसे कि आपने पुराने लोन कितने समय पर चुकाए, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कितना किया, कितना बकाया है, और आपने कोई डिफॉल्ट तो नहीं किया। एक मजबूत स्कोर ये साबित करता है कि आप वित्तीय रूप से जिम्मेदार शख्स हैं।होम लोन पर क्रेडिट स्कोर का क्या असर होता है?मान लीजिए आपने ₹50 लाख का होम लोन लिया है, 25 साल की अवधि के लिए। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 800 या उससे ऊपर है, तो ब्याज दर लगभग 8.1% के आसपास हो सकती है। इस केस में आपकी EMI होगी ₹38,923 और कुल ब्याज भुगतान ₹66.76 लाख।लेकिन अगर स्कोर थोड़ा गिरकर 720 तक पहुंच जाता है, तो ब्याज बढ़कर 8.85% तक जा सकती है। वहीं EMI बढ़ेगी ₹41,618 तक, और कुल ब्याज ₹74.85 लाख हो जाएगा। यानी सिर्फ स्कोर में 80 अंकों का फर्क लाखों रुपये का फर्क पैदा कर देता है।कम क्रेडिट स्कोर वालों को क्या दिक्कत होती है?जिनका स्कोर 650 से कम होता है, उन्हें लोन मिलने में दिक्कत होती है। और अगर लोन मिलता भी है, तो उस पर ब्याज 10% से ऊपर जा सकती है। साथ ही बैंक सख्त शर्तें भी लगा सकते हैं। यही वजह है कि अच्छा स्कोर बनाए रखना सिर्फ लोन पास करवाने के लिए नहीं, बल्कि पैसों की बचत के लिए भी जरूरी है।क्रेडिट स्कोर को बेहतर कैसे रखें?इसका फॉर्मूला बहुत ही सिंपल है। जो भी लोन लिया है, उसे टाइम पर चुकाएं। क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल न करें, खासतौर पर 30% से ज्यादा लिमिट का। एक साथ कई लोन या कार्ड के लिए अप्लाई करने से बचें, क्योंकि इससे आपकी क्रेडिट प्रोफाइल कमजोर दिखती है। और हां, हर 2-3 महीने में अपना स्कोर जरूर चेक करते रहें।अप्रैल 2025 की मौजूदा होम लोन ब्याज दरेंइस समय भारत में होम लोन की ब्याज दरें 8.1% से शुरू होकर 12% तक जा रही हैं। यह आपके क्रेडिट स्कोर और चुने गए बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (HFC) पर निर्भर करती हैं। यूनियन बैंक जैसे सरकारी बैंक 800+ स्कोर वालों को 8.1% पर लोन दे रहे हैं, जबकि प्राइवेट बैंक जैसे ICICI Financial institution की दरें 8.75% से शुरू हो रही हैं।हालांकि, RBI ने 9 अप्रैल को रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इससे होम लोन की ब्याज दरों में और भी ज्यादा कमी आने की उम्मीद है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर रहेगा, तो काफी हद तक संभावना है कि आपको 8% से भी कम ब्याज दर पर होम लोन मिल जाए।यह भी पढ़ें : Dwelling Mortgage: जानिए रेपो रेट घटने के बाद आपके होम लोन की EMI कितनी कम हो जाएगी
