Credit score Card: कर्ज के जाल में फंसा सकता है क्रेडिट कार्ड, जानिए बचने के आसान 8 तरीके


Credit score Card: कर्ज के जाल में फंसा सकता है क्रेडिट कार्ड, जानिए बचने के आसान 8 तरीके
Credit score Card: क्रेडिट कार्ड बदलते डिजिटल फाइनेंसिंग इकोसिस्टम में आम जरूरत बन चुका है। ये उपभोक्ताओं को तत्काल खरीदारी की सुविधा देते हैं, जिसमें भुगतान बाद में एकमुश्त या किस्तों में किया जा सकता है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि क्रेडिट कार्ड का अनुशासनहीन इस्तेमाल उपभोक्ताओं को कर्ज के जाल में धकेल सकता है, खासकर तब जब उनके पास एक से ज्यादा कार्ड हों।ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे क्रेडिट कार्ड को स्मार्ट तरीके से मैनेज किया जाए ताकि लाभ भी मिले और जोखिम से भी बचा जा सके? आइए जानते हैं 8 जरूरी टिप्स।1. जरूरत के हिसाब से चुनें क्रेडिट कार्डसंबंधित खबरेंक्रेडिट कार्ड कंपनियां आज तरह-तरह के कार्ड ऑफर कर रही हैं- किसी में रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलते हैं, तो किसी में कैशबैक या ट्रैवल बेनिफिट्स। एक्सपर्ट का सुझाव है कि उपभोक्ताओं को अपनी खर्च की आदतों के अनुसार कार्ड चुनना चाहिए।2. चुकाएं पूरा बिल, न कि सिर्फ न्यूनतम रकमक्रेडिट कार्ड बिल का सिर्फ ‘मिनिमम अमाउंट’ चुकाने से ब्याज बढ़ता है और यह कर्ज के जाल में फंसने की शुरुआत हो सकती है। बेहतर होगा कि आप हर महीने पूरा बकाया समय पर चुका दें। इससे न केवल ब्याज से बचा जा सकता है, बल्कि क्रेडिट स्कोर भी मजबूत बना रहता है।3. भुगतान की तारीख पर रखें नजरअगर आपके पास एक से ज्यादा कार्ड हैं, तो हर कार्ड की ड्यू डेट याद रखना मुश्किल हो सकता है। फाइनेंशियल एडवाइजर के मुताबिक, उपभोक्ता अपने सभी कार्ड्स की पेमेंट डेट्स को एक सप्ताह में समेट लें या ऑटो-डेबिट सेट कर लें, ताकि भूलवश चूक न हो।4. खर्च पर रखिए सख्त नियंत्रणअनियंत्रित खर्च ही डिफॉल्ट की सबसे बड़ी वजह बनता है। आप फाइनेंशियल मैनेजमेंट ऐप्स की मदद से कार्ड के जरिए किए जा रहे खर्च को ट्रैक करना आसान हो गया है। इससे उपभोक्ता जान सकते हैं कि किस कार्ड पर कितना खर्च हो रहा है और कहां कटौती की जा सकती है।5. ऑटोमैटिक पेमेंट सिस्टम अपनाएंवित्तीय अनुशासन के लिए ऑटो डेबिट सिस्टम एक कारगर उपाय है। इससे भुगतान समय पर हो जाता है और लेट फीस या इंटरेस्ट से बचा जा सकता है।6. पूरी क्रेडिट लिमिट यूज करने से बचेंक्रेडिट लिमिट का 100% इस्तेमाल करना जोखिम भरा हो सकता है। इससे न सिर्फ डिफॉल्ट का खतरा बढ़ता है, बल्कि यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित करता है। क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30% से कम रखना आदर्श माना जाता है।7. इमरजेंसी फंड तैयार रखेंकिसी भी फाइनेंशियल इमरजेंसी से निपटने के लिए एक इमरजेंसी फंड जरूरी है। इससे क्रेडिट कार्ड पर निर्भरता घटती है और अचानक कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती।8. क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना महंगाक्रेडिट कार्ड से एटीएम से पैसा निकालना तकनीकी रूप से आसान है, लेकिन उस पर लगने वाला ब्याज और फीस काफी अधिक होती है। आपको जितना हो सके, इस सुविधा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।यह भी पढ़ें : Explainer: होम, कार, गोल्ड, पर्सनल… कितनी तरह के होते हैं लोन, क्या होता है इनमें अंतर?

Supply hyperlink

Leave a Comment